राजेश गुलाटी ने अनुपमा गुलाटी के 72 #टुकड़े किए और D फ्रीजर में रक्खा आफताब ने श्रद्धा के 35 टुकड़े
PHD स्कॉलर अंकित खोखर की हत्या करने वाला मकान मालिक और मुंहबोला जीजा उमेश शर्मा बेहद शातिर निकला। बिजनेस के नाम पर उधार लिए 60 लाख रुपए वापस न लौटाने के लिए पहले मर्डर किया। फिर अंकित के खाते से ऑनलाइन ट्रांजैक्शन और डेबिट कार्ड के जरिए 54 बार में करीब 35 लाख रुपए निकाल लिए। अंकित जिंदा है, ये प्रूफ करने के लिए वो उसका मोबाइल इस्तेमाल करता रहा, लोकेशन बदलता रहा और दोस्तों को वॉट्सऐप पर जवाब भी देता रहा।
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PhD स्कॉलर के मर्डर की कहानी:मकान मालिक ने लाश के 3 टुकड़े कर 3 जगह फेंके; 2 महीने ऑन रखा मोबाइल
उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद में PHD स्कॉलर अंकित खोखर की हत्या करने वाला मकान मालिक और मुंहबोला जीजा उमेश शर्मा बेहद शातिर निकला। बिजनेस के नाम पर उधार लिए 60 लाख रुपए वापस न लौटाने के लिए पहले मर्डर किया। फिर अंकित के खाते से ऑनलाइन ट्रांजैक्शन और डेबिट कार्ड के जरिए 54 बार में करीब 35 लाख रुपए निकाल लिए। अंकित जिंदा है, ये प्रूफ करने के लिए वो उसका मोबाइल इस्तेमाल करता रहा, लोकेशन बदलता रहा और दोस्तों को वॉट्सऐप पर जवाब भी देता रहा।
मर्डर स्टोरी से पहले कत्ल के पैटर्न को समझिए...
60 किमी. के रेडियस में उसने टुकड़े ठिकाने लगाए
मकान मालिक उमेश ने सोच लिया था कि अंकित को मार देना है। इसलिए उसने कत्ल से 10 दिन पहले ही अंकित को राधा एन्क्लेव वाले मकान में शिफ्ट किया। इससे पहले उमेश और उसकी पत्नी के साथ ही अंकित देवेंद्रपुरी वाले मकान में रहता था। 6 अक्टूबर की दोपहर 12 बजे अंकित पढ़ रहा था। तभी उमेश वहां पहुंचा, उसने उसकी गला घोंटकर हत्या कर दी। लाश को घर में ही रखकर वह बाजार गया। क्योंकि, वह कपाउंडर था ऐसे में सर्जिकल आरी खरीदी।
वापस घर आने के बाद सिर, धड़ और टांगों के टुकड़े किए। उन्हें 3 पॉलीथिन में पैक किया। इसके बाद रात होने का इंतजार किया। फिर कार की पिछली सीट और डिक्की में शव के टुकड़े रखने के बाद वो खतौली पहुंचा। यहां उसने सबसे पहले धड़ को फेंक दिया। फिर वो गंगनगर पहुंचा। यहां टांगों को फेंक दिया। सबसे आखिरी में वो पेरिफेरल एक्सप्रेस-वे पहुंचा। यहां उसने सिर को फेंक दिया। इसके बाद वो घर लौट आया था। करीब 60 किमी. के रेडियस में 3 जगह पर शव के टुकड़ों को ठिकाने लगाया।
अब अंकित के लापता होने से उसके हत्या के खुलासे तक की कहानी सिलसिलेवार पढ़िए...
7 अक्टूबर को अंकित लापता, 12 दिसंबर को मिसिंग दर्ज
39 वर्षीय अंकित खोखर बागपत जिले में मुकंदपुर गांव का निवासी था। अंकित लखनऊ के डॉक्टर भीमराव अंबेडकर विश्वविद्यालय से PHD कर रहा था। तीन महीने पहले ही उसने यूनिवर्सिटी में अपनी फाइल सब्मिट की थी फिर गाजियाबाद आ गया। वो यहां पर कस्बा मोदीनगर स्थित राधा एन्क्लेव कॉलोनी में उमेश शर्मा के मकान में किराए पर रह रहा था।
दोस्तों के मुताबिक, 7 अक्टूबर 2022 से अंकित लापता है। इससे पहले ही उनकी फोन पर आपस में बातचीत हुई थी। 12 दिसंबर 2022 को छह दोस्तों ने हत्या का शक जताते हुए थाना मोदीनगर पर पर गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई थी।
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